सागर-छिंदवाड़ा नई रेल लाइन से नागपुर से जुड़ेगा क्षेत्र

nspnews 15-01-2022 Regional

विद्यार्थियों ने भेजे पोस्ट कार्ड, बजट आवंटन की मांग
करेली। करेली के रास्ते छिंदवाड़ा से सागर होकर जाने वाली रेलवे लाइन का सर्वे कम्पलीट हो गया है जिसमे कुल 28 रेलवे स्टेशन बनना है जिसमे 279.37 किलोमीटर में 4 रेल स्टेशन छिंदवाडा, करेली, मकरोनिया, सागर पहले से बने है 24 नये स्टेशन बनना है यह सर्वे रेलवे की पिंक बुक में दर्ज है जिस पर बजट का आवंटन होना शेष है। यह मार्ग गौड़वाना व बुंदेलखंड के विकास के नये द्वार खोलेगा। राज्यसभा सांसद, लोकसभा सांसद स्थानीय संगठन, समाजसेवा क्षेत्र से जुडे लोग लगातार सरकार से प्रस्तावित रेल लाइन के लिये बजट आवंटन की मांग कर रहे है इसी तारतम्य में हरिविष्णु कामथ वाचनालय के विद्यार्थियो प्रियंका विश्वकर्मा, शैलेन्द्र सेन, अंचल देहरिया, नंदिनी चढ़ार, सोमिया पेठिया, माया जाटव, पूजा जाटव, अंकित शर्मा, हर्षराज, ईश्वर नोरिया, शिवम अग्रवाल, शिवम उपाध्याय, शिवम पटेल, अभिषेक, अंबर, आशु, जितेन्द्र जाटव ने प्रधानमंत्री, वित्तमंत्री, रेलमंत्री को पोस्टकार्ड भेजकर बजट आवंटन की मांग की है।
एक फरवरी को आयेगा बजट
1 फरवरी को 2022-23 का रेल बजट आम बजट के साथ केन्द्रीय वित्तमंत्री प्रस्तुत करेगी। अभी बजट की तैयारी शुरू होने की है ऐसे में सागर, दमोह, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र के शहरी ग्रामीण अंचल से होकर गुजरने वाली विकास में मील का पत्थर साबित होने वाली व सागर-नरसिंहपुर-छिंदवाड़ा जिले को जोड़ने वाली प्रस्तावित छिंदवाड़ा करेली देवरी सागर रेल लाइन की मांग 1970 से हो रही है जिसका सर्वे कार्य अगस्त 2017 में पूर्ण हो चुका है। रेलवे बोर्ड के पत्र अनुसार यह रेल लाइन 279.37 किलोमीटर लंबी है जिसकी लागत 4805 करोड़ रूपये प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुआई वाली राजग सरकार की बजीर-ए-खजाना वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2022 को आम बजट के साथ रेल बजट प्रस्तुत करेंगी। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव रेल बजट को बनावाने में जुट गये है। इस रेल लाइन का मामला लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी, होशंगाबाद सांसद राव उदय प्रताप सिंह, छिंदवाड़ा सांसद नकुल कमलनाथ पूर्व में संसद में उठा चुके है।
खाली है मप्र की झोली
सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र में बड़े बड़े कारिडोर बनाये जा रहे गौड़वाना व बुंदेलखंड की जनता भी बड़ी रेल परियोजना की लंबे समय से आस देख रही है। मप्र ने लोकसभा में भाजपा की जमकर झोली भरी है 29 में से 28 लोकसभा सांसद दिये है। कई क्षेत्र को परियोजना का सीधा सीधा लाभ मिलेगा रेल बजट के पहले एक बार फिर ये नेता दमदारी से ये बात रेल मंत्रालय के समक्ष रखते है तो इससे परियोजना को मूर्त ले सकती है। पिछले बजट सत्र में राज्य सभा सांसद कैलाश सोनी, छिंदवाड़ा सांसद नकुल कमलनाथ इस मांग को जोरदार तरीके से उठा चुके है एक बार सामूहिक सम्मिलित प्रयास बेहद जरूरी है।
प्रधानमंत्री, रेलमंत्री से आस
इस मार्ग के बनने से नागपुर के रास्ते दक्षिण जाने एवं राजधानी दिल्ली की दूरी भी कम हो जावेगी यह मार्ग गौडवाना सतपुड़ा बुंदेलखंड़ अचंल रेल सुविधाओं में देश मे सबसे ज्यादा पिछड़ा है, बुंदेलखंड की आबादी देश आबादी का 5 प्रतिशत है। परन्तु रेल लाइन देश की कुल लाइनो की एक प्रतिशत भी नही है। वर्तमान रेल रूट से नरसिंहपुर से नागपुर पहुंचने में 12 घंटे लगते है यदि ये रेल लाइन बन जावेगी तो मात्र 3 घंटे में नागपुर के लगेगे। आम बजट के साथ प्रस्तुत होने वाले रेल बजट पर सारे देश की तरह करेली वासियो की नजरे केन्द्रित है कि यह बजट उनके लिए क्या कुछ लेकर आता है विशेष रूप से छिंदवाड़ा-करेली-सागर रेल लाइन की दिशा में प्रधानमंत्री के रूप में दूसरी पारी खेल रहे नरेन्द्र मोदी के पिटारा में क्या है। आम बजट वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण प्रस्तुत करेंगी। जो रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का रेल बजट भी प्रस्तुत करेंगी।
आजादी अमृत महोत्सव पर मिले सौगात
एक बार बजट आवंटन होने से मामला पटरी पर आ जावेगा इसके लिये जनप्रतिनिधियों का सरकार पर क्षेत्र हित में एकजुटता से दबाब बनाना जरूरी है। सबसे पहले संविधानवेत्ता पूर्व सांसद हरिविष्णु कामथ व राज्यसभा सांसद सुभद्रा राय ने इस मांग को बुलंद किया है। रेल का पहिया जहां जहां से गुजरता है वहां वहां विकास का पहिया घूमता है लेकिन दुर्भाग्य है कि जहां आजादी के 75 वर्ष बाद भी रेल नहीं पहुंची है वहां की जनता की आंखे का इंतजार कर रही है। सर्व दलीय संघर्ष मोर्चे सागर, लोकतंत्र रक्षक सेनानी, प्रेस परिषद करेली, ग्रेन मर्चेन्ट, व्यापारी महासंघ, स्वर्णकार संघ, पत्रकार संगठन सहित अनेक संगठन असरे से रेलपरियोजना के लिये मांग कर रहे है।
41 साल पुरानी की मांग
सागर-नरसिंहपुर-छिंदवाड़ा जिले को जोड़ने वाली प्रस्तावित छिंदवाड़ा करेली सागर रेल लाइन की मांग 1970 से हो रही है इस मार्ग के बनने से नागपुर के रास्ते दक्षिण जाने एवं राजधानी दिल्ली की दूरी भी कम हो जावेगी यह मार्ग सतपुड़ा बुंदेलखंड़ अचंल रेल सुविधाओं में देश मे सबसे ज्यादा पिछड़ा है, बुंदेलखंड की आबादी देश आबादी का 5 प्रतिशत है। परन्तु रेल लाइन देश की कुल लाइनों की एक प्रतिशत भी नहीं है। 
चौन्नई, दिल्ली की होगी दूरी कम
यह रेल मार्ग उत्तर भारत में भारत की राजधानी दिल्ली तथा दक्षिण भारत में चौन्नई कन्या कुमारी की लंबी दूरी को कम करेगा। यह रेलमार्ग 5000 से भी अधिक ग्रामो को सीधा महानगर से जोड़ेगा। व परियोजना से नए रोजगार के अवसर पैदा होगे। लोकतंत्र रक्षक सेनानी संघ, प्रेस परिषद सहित सागर, करेली, छिंदवाड़ा जिले के अनेक संगठन समय समय पर इस मार्ग को उठाते रहे है। अपेक्षा है 2022 का रेल बजट में जरूर ही इस पर आवंटन होगा जिससे लोगो की वर्षाे पुरानी अपेक्षा पूरी हो सकेगी।

 

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