सरस्वती शिशु मंदिर में संगीतमय सुंदरकांड पाठ का हुआ आयोजन
करेली। भये प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशिल्या हितकारी, हरषित महतारी मुनि-मन हारी अद्भुत रूप निहारी। लोचन अभिरामा तनु घनश्यामा निज आयुध भुजचारी, भूषण बन माला नयन विशाला शोभा सिन्धु खरारी। कह दुई कर जोरी स्तुति तोरी केहि विधि करूं अनन्ता, माया गुण ज्ञाना तीत अमाना वेद पुराण भनन्ता.......विप्र धेनु सुर सन्त हित, लीन्ह मनुज अवतार, निज इच्छा निर्मित तनु, मायो गुण गोपार रघुकुल शिरोमणि, सनातन कुल आराध्य देव भगवान श्रीराम का प्राकट्योत्सव श्रीराम नवमी का पावन पर्व हर्ष उल्लास पूर्वक मनाया गया जिसमें नगर सभा के सभी स्वजनों ने सहभागिता दी। इस अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर सभागार में भजन मंड़ली ने सुंदरकांड पाठ की संगीतमय प्रस्तुति दी। समाज के वरिष्ठ, युवाजनों, मातृशक्ति ने पूजन अर्चन किया। रामनवमी का त्यौहार चौत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार इस दिन मर्यादा-पुरूषोत्तम भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था। श्रीराम प्राकट्योत्सव के पावन पर्व को उत्साह से मनाने में वरिष्ठ व युवाजनों मातृशक्ति, बच्चों की सहभागिता रही।